जरूरी हबै कि तुम टेम के चीन्हिस तुम्हर नींद लग जाग जाय के टेम आय चुके हबै, ऊ टेम के बराबरी हे, जब हम हइ बिस्वास के अपनाय रथन, हमर मुकति के परति लिघ्घो हबै।
पय एहमा का हबै, अगर भगवान अपन गुस्सा दिखामै के निता अउ अपन सक्ति परगट करै के निता उन मनसेन के जउन गुस्सा के निता रथै अउ जिनखर नास होय बाले रथै, बोहत धीर के संग उन बातन के सहन करिन।
उस महिमा के दवारा ऊ हमर निता अपन बडा अउ कीमती टीमा के पूर करे हबै, इहैमेर तै ऊ असक्ति लग बच गय, जउन बेकार वासना के कारन दुनिया हे बसे हबै अउ तै भगवान बेउहार के सहभागी बन गय हबस।