यीसु चेलन लग कथै, मै तुम्हर संग रहत टेम तुम मनसेन लग कहे रथो, कि जउन कुछु मूसा कर नियम हे अउ ग्यानी मनसेन के किताब हे अउ भजन संहिता हे मोर बारे हे लिखे हबै, सगलू पूर होय के जरूरी हबै।
तब उन ओखर निता अक रोज ठहराइन, अउ बोहत लग मनसे ओखर इहां अक जिघा हुइन, अउ ऊ भगवान कर राज कि गवाही देत अउ मूसा कर नियम अउ ग्यानी मनसे के किताब लग यीसु के बारे हे समझाय के भिनसरहा ले सांझ तक चरचा करत रथै।
जरूरी हबै कि ऊ स्वरग हे ऊ टेम तक रही, जब तक कि हइ सगलू बात पहिलेन जइसन सुधारे नेहको जही, बोहत पहिलेन लग जेखर बारे हे भगवान अपन पवितर ग्यानी मनसेन के दवारा गुठे हबै।
सही तो इहै होथै कि उन नियाइपन धरमी रास्ता के अहसास नेहको होय होतिस बजाय एखर लग कि ऊ ओही जानै के बाद, जउन पवितर आदेस उनही सउपे गय रथै ओखर लग उन मुंह मोडथै,
जसना ऊ अपन सगलू चिट्ठी हे इन बातन के चरचा करथै, उन चिट्ठी हे कुछ असना बात हबै, जउन समझै हे कठिन हबै, जउन अनपढ अउ हुसियार मनसे बिगाड देथै, हइ मेर अपन नास के लेथै।
पय हम भगवान के हबन इहैनिता जउन भगवान के जानथै, ऊ हमर सुनथै पय जउन भगवान के नेहको जानथै, ऊ हमर नेहको सुनथै, हइ कारन हम सत्य के आतमा अउ भरमाय बाले आतमा के चीन्ह सकथन।
इहैनिता मै ऊ स्वरगदूत के परनाम करै के निता ओखर गोड के तरी गिर पडो, पय ऊ मोर लग कहिस, “मोर महिमा झइ के, मै तो तुम्हर अउ तुम्हर भाई के जसना हव, जउन मसीह यीसु कर गवाही हबै, संगी हरवाह यहों, भगवान कर परनाम करा,” काखे यीसु के गवाही आगू कर बात के आतमा हबै।