10 काखे पइसा के लालच सगलू बुराई के जर हबै, इहै लालच हे पड के कइ मनसे बिस्वास के रास्ता लग भटक गय अउ उन अपन हिरदय के कइन मेर के दुख लग छलनी बनाय दय हबै।
पुडरा हे गिरे हर बिजहा कर मतलब हबै, ऊ मनसे जउन संदेस के सुनथै, पय दुनिया के चिंता अउ डेरा के लालच हे आय के परभु कर बचन के छांड देथै अउ ऊ मनसे आगू नेहको बड पाथै।
“हे ढोंगहा गुरू अउ फरीसी तुमही लानत हबै, तुम मनसेन के निता स्वरग राज कर दूरा के बन्द करथा, न खुद ओहमा घुसथा अउ न उनही जाय देथा, जउन जाय के निता परयास करथै।”
पय ऊ जउन धनड्ड बनै चाहथै, ऊ लालच हे पड के परिक्छा हे फस जथै, अउ उनके असना मूरख अउ बिनासकारी इक्छा घेर लेथै, जउन मनसे के पतन अउ बिनास के समुन्दर हे बुडोय देथै।