6 पय जउन देह के भोग-विलासा के जीवन बिताय हबै, ऊ जियत हर मर चुके हबै।
यीसु ओखर लग कथै, मोर संग हुइ जा अउ जउन मनसे मन लग मरे हबै, उनखर निता हइ काम छांड देया।
अउ अपन परान लग गुठेहूं, अरे मोर परान बोहत साल के निता धन डेरा तोर लिघ्घो धरे हबै, इहैनिता खा-पी अउ मउज उडा।
कुछ रोज के बाद नान टोरवा अपन सगलू पइसा लइ जाय के, अक्ठी दुरिहां देस छो कढ जथै अउ उहां जाय के ऊ अपन सगलू पइसा उडाय देथै।
काखे मोर हइ टोरवा मर गय रहिस अउ फेरै जिन्दा हुइ गय हबै, हइ भुलाय गय रहिस अब ऊ फेरै मिल गय हबै अउ उन खुसी बनामै लग जथै।
हमर निता खुसी बनामै के सही हबै, काखे तोर हइ भाई मर गय रहै, अब जिन्दा हुइ गय हबै, ऊ जउन भुलाय गय रहै, ऊ अब मिल गय हबै”
यीसु कथै, अक्ठी धनी मनसे रथै, जउन निक्खा अउ मंहगा बन्डी ओढथै अउ सबरोज सुखबिलास अउ खुसी लग अपन जीवन गुजारे रथै।
ता तुम काहिन देखै गय रहा? बढिहा खुरथा पइजामा पहिरै बाले मनसे के? नेहको मंहगा खुरथा पइजामा पहिरै बाले अउ मउज मस्ती हे जीवन गुजारै बाले मनसे पक्का घर हे रथै।
अक टेम रथै, जब तुम उन अपराधन अउ पाप के निता आतमिक रूप लग मरे हर रथा।
जब हम पाप के कारन मरे हर रथन, ता हमही मसीह के साथ जीवन मिलिस अउ अनुगरह लग तुम्हर मुकति होय हबै,
इहैनिता कथै, “तुम जउन सोथा, जग जा, अउ मरे हर मसे जी जा, ता मसीह के उजियार तुम्हर हे चमकही।”
तुम जब अपन पाप अउ अपन देह के सुध्दिकरन हे मरे हर रथा, तब उन हमर सगलू पाप के छमा करत तुमके उनखर संग जिन्दा करिस।
हइ मनसे घर हे लुके-लुके घुस जथै, अउ उन मूरख डउकिन के अपन जाल हे फसाय हबै, जउन अपन पाप के भार लग दबाय के कइन मेर के अभिलासा के वस हे हबै।
तुम भुंइ हे हर मेर के सुख अउ अपन इक्छा के जसना जीवन बिताय हबा, अउ बलि चढामै के रोज के निता खुद के मोटा ताजा बनाय लय हबा।
जेतका ऊ अपन बडाई करिस अउ सुख-विलास करिस, ओतनै उके पीरा अउ दुख देया, काखे ऊ अपन मन हे कथै, मै रानी के जसना राजगद्दी हे बइठे हव, मै बिधवा नेहको हबो, अउ कबहुन सोक नेहको मनइहों।
सरदीस के मंडली के दूत के हइ लिख, जेखर लिघ्घो भगवान के सातठे आतमा अउ सातठे तरइया हबै, ऊ हइ कथै कि मै तोर कामन के जानथो, मनसेन के कहेका हबै कि तै जिन्दा हबस पय सही हे तै मरे हर हबस।