21 मै भगवान, मसीह यीसु अउ चुने हर स्वरगदूतन के सामने तुमके हइ जबाबदारी सउपथो, कि बेगैर कउनो पक्छपात के हइ आदेसन के पालन करा, अउ कउनो काम पक्छपात लग झइ करा।
इहैनिता उन पूछथै अउ कथै, गुरू हम जानथन, कि जउन निक्खा बात हबै, तै उहै बात के गुठेथस अउ उहै के आदेस देथस अउ न तै कउनो के पल्ला लेथस, पय निक्खा भगवान कर रास्ता के सिक्छा देथस।
फिर जउन स्वरगदूत अपन पद के बनाय नेहको रखिस, पय अपन निबास हक के छांड दइस, ऊ उनके ऊ भयानक नियाव के रोज के निता अंधियार हे जउन सबरोज के निता हबै बन्धन हे रखे हबै।
ता उके भगवान के गुस्सा के दारू पिलाय जही, जउन बिना मिच्चर के ओखर गुस्सा के खोरिया हे कुढाय गय हबै अउ ऊ पवितर स्वरगदूतन अउ गेडरा के आगू आगी के बोहत पीरा हे डाल दय जही।