मोर सच्चा सहकर्मी तुम्हर लग मोर बिनती हबै कि इन डउकिन के मदद करा, क्लेमेन्ट अउ मोर दूसर सहकरमी समेत संदेस के परचार हे मोर संग बने रहे, उनखर नाम जीवन के किताब हे लिखे गय हबै।
तुम अपन अगुवन के आदेस मनिहा, उनखर तरी रइहा उन तुम्हरे आतमन के चउकीदार हबै, उनही तुम्हरे बारे हे हिसाब देयका पडही, उनखर निता हइ काम खुसी के तरह बने रहै न कि अक्ठी दुख के संग पूर कर सकै, काखे एखर लग तुमही कउनो फायदा नेहको होही।