जसना ऊ अपन सगलू चिट्ठी हे इन बातन के चरचा करथै, उन चिट्ठी हे कुछ असना बात हबै, जउन समझै हे कठिन हबै, जउन अनपढ अउ हुसियार मनसे बिगाड देथै, हइ मेर अपन नास के लेथै।
हइ मनसे सही हे हमर संगति के नेहको रथै, अउ इहैनिता हमके छांड दइन, अगर उन हमर संगति के होतिन ता हमर संग रहथै पय उन कड गइन ताकि हइ स्पस्ट हुइ सकै उनखर मसे कउनो सही हे हमर नेहको रथै।