12 अउ हइ मेर अपन पहली बिस्वास के छांड दय हबै।
अगर कउनो के भूख लगै ता अपन घर हे खाय ले तुम्हर अक जिघा जुडे लग तुम नियाव के कारन झइ बना, बाकी बातन के मै आयके सही करिहों।
मोके चकित होथै, कि एतका हरबी तुम यीसु मसीह लग जउन अपन बडे अनुगरह किरपा लग तुमके मुकति दय रथै, तुम मनसेन दूसर के संदेस के स्वीकारथा।
कम उमर के जबान बिधवन के नाम झइ लिखे जाय, कारन हइ हबै कि जब उनखर वासना उनके मसीह लग दुरिहां करथै, ता ऊ काज करै चाहथै।
एखर अलाबा ऊ आलसी रहै लागथै, अउ घर-घर घूमै करथै, ऊ न केबल आलसी रथै, पय बाकिन के कामन के बिगाडथै, अउ दूसर के बुराई करै हे मजा आथै, अउ ऊ बात बोलथै, जउन उके नेहको बोलै चाही।
हे मोर भाई, तुम्हर मसे बोहत झन गुरू झइ बनै, काखे तुम जानत हबा कि हम गुरूवन लग बोहत कडाइ लग हिसाब मांगे जही।
काखे नियाव के टेम सुरू हुइ गय हबै अउ हइ खुद भगवान के मानै बालेन लग सुरू होही, अउ अगर हइ सबले पहिले हमर लग सुरू होथै, ता उनखर आखरी का होही, जउन भगवान के संदेस हे बिस्वास नेहको करथै?