3 जउन काज करै लग रोके, अउ भोजन के कुछ चीजन ले परे रहै के आदेस दइहिन, जिनके भगवान इहैनिता रचे हबै कि बिस्वास करै बाले अउ सही के चीन्हे बाले उनके धन्यबाद के संग खाय।
यीसु मनसेन के चारा हे बइठै के आदेस दइस, तब ऊ पांच रोटी अउ दुइठे मछडी अपन हाथ हे लइके स्वरग के पल्ला खाना के निता धन्यबाद देय के बाद, रोटी टोर-टोर के चेलन के दइस अउ चेला मनसेन के।
जउन कउनो रोज के मानथै, ऊ परभु के निता मानथै, जउन खथै, ऊ परभु के निता खथै, काखे ऊ भगवान के धन्यबाद करथै, अउ जउन नेहको खथै, ऊ परभु के निता नेहको खथै, अउ भगवान के धन्यबाद करथै।
कउ इहो कइहीं, “पय खाना लादा के निता हबै अउ लादा खाना के निता हबै।” हव, पय भगवान दोनो के नास के देही। देह गलत काम के निता नेहको, बलुक परभु के निता हबै, अउ परभु हमर देह के निता हबै।
अगर तुम काज करत हबा, ता एहमा कउनो मेर के पाप नेहको अउ अगर कुमारी टोरिया काज करवाथै, ता ऊ पाप नेहको करथै। पय असना मनसे के हइ जीवन हे जरूर दुख सहै का पडही, अउ मै सही हे तुमही इन सब लग बचामै चाहथो।
“खाना हमही भगवान के लिघ्घो नेहको पहुंचाय सकथै।” अगर हम मूरती हे चढाय हर परसाद नेहको खाबो ता ओखर लग हमही कउनो नुसकान नेहको, अउ अगर हम ऊ परसाद के खथन, ता ओखर लग हमही कउनो फायदा नेहको होही।
कइन मेर के सिक्छा के बहकाबा हे झइ बहि जइहा, काखे मन के निता सही हबै कि ऊ अनुगरह के दवारा मजबूत करे जाय न कि खाय पिये के चीज लग, खाना पीना के रीति रिबाज के दवारा कउनोन के फायदा नेहको हुइस।