4 अपन परवार के ऊ निक्खा परबन्धक होय अउ ओखर लरका ओखर कब्जा हे रहै, अउ ओखर पूर इज्जत करै।
अउ ऊ हरवाह रहिस अउ अपन सगलू घर कर मनसे भगवान लग डरथै। अउ यहूदी गरीब मनसेन के बोहत दान देथै अउ बराबर भगवान लग बिनती करत रथै।
पय जसना मंडली मसीह के वस हे हबै, ओसनेन डउकियो हर बात हे अपन डउका के बात मानै।
हे भाई आखरी हे हइ बात हबै जउन कुछु सही अउ अदरनीय हबै, अउ खुसी हबै जउन सराहनीय हबै जउन पवितर हबै असना बातन के धियान करा।
मंडली के सेबक केबल अकठेन डउकी होय चाही अउ उके अपन लरकन अउ अपन परवार के अच्छा परबन्धक होय चाही।
उनके नियुक्त तबय करै जाय जब उन बेकसूर होय अउ अक्ठी डउकी के डउका होय, जेखर लरका बिस्वास करै बाले होय, अउ उन हे अनुसासन के दोस झइ लगाय सकै अउ निरंकुस के दोस झइ होय।
सियान मनसेन के गंभीर अउ ईज्जत लग संयमी, बिस्वास अउ माया , धीर हे पक्का होय चाही।
सगलू बातन हे खुद के निक्खा कामन के उदाहरन बना। सिक्छा हे इमानदारी, गंभीर, पवितर,