कि तुम हइ बुरी अउ भ्रस्ट पीढी हे भगवान के निरदोस टोरवा के रूप हे खुद के निस्कपट अउ निसपाप साबित के सका कि तुम हइ दुनिया हे जलत चिमनी के जसना चमकत दिखाई देथा।
इहै मेर मंडली के सेबकन के इज्जत के काबिल होमै चाही, जेखर सब्द हे बिस्वास करे जा सके, दारू हे ओखर मन झइ लगै चाही, बेकार रास्ता लग उके धन कमामै के लालची झइ होमै के चाही।
जउन काज करै लग रोके, अउ भोजन के कुछ चीजन ले परे रहै के आदेस दइहिन, जिनके भगवान इहैनिता रचे हबै कि बिस्वास करै बाले अउ सही के चीन्हे बाले उनके धन्यबाद के संग खाय।