14 मोके आसा हबै कि मै हरबी तुम्हर लिघ्घो आहुं, पय हइ चिट्ठी इहैनिता लिखथो।
अगर कउनो के भूख लगै ता अपन घर हे खाय ले तुम्हर अक जिघा जुडे लग तुम नियाव के कारन झइ बना, बाकी बातन के मै आयके सही करिहों।
इहैनिता हम, खास करके मै पोलुस, अक बेर नेहको पय बेर-बेर तुम्हर इहां आमैके चाहन, पय भुतवा हमर रास्ता रोक दइस।
जउन धरम सेबा अपन सेबा काम अच्छा मेर लग करथै, ऊ इज्जत पाथै, अउ यीसु मसीह के बिस्वास के बारे हे ऊ दृढ निस्चय हबै।
अगर मोर आमै हे देरी हुइ जइ, ता तुमके हइ बात पता रहै चाही कि भगवान के घर हे मनसेन के आदत कइसन होय के चाही, जिन्दा परवार भगवान के मंडली हबै, ऊ सही के खम्भा अउ मूल आधार हबै।
जब तक मै नेहको आहुं, तब तक पढै अउ परचार करै अउ सिखामै हे लगे रइहा।
अक्ठी बात अउ तुम मोर रहै निता कमरा जुगाड करा, काखे मोके आसा हबै कि तुम्हर सगलू पराथना बिनती के कारन भगवान मोके तुम मनसेन के फेरै लउटाय देही।
मोके तुमही अक्ठी संदेस सुनामै के हबै, हमर भाई तीमुथियुस जेल लग छुटकर गय हबै। अगर ऊ हरबी आही ता मै ओखर संग तुम्हर लग मिलै अइहों।
मोके बोहत बात तुमके लिखे के हबै, पय कगदा अउ सियाही लग लिखे के नेहको चाहथो, पय आसा हबै कि मै तुम्हर लिघ्घो आहुं अउ आमने-सामने बइठ के बात चीत करहुं, जेखर लग तुम्हर खुसी पूर होय।
बलुक मोके आसा हबै कि तोर लग हरबी मुलाकात करिहों, तब हम आमने-सामने बात चीत कर सकब।