11 इहैमेर ले डउकीन के गंभीर होय चाही, दोस लगामै बाले झइ होय, पय सचेत अउ सगलू बातन हे बिस्वास करै बाले होय।
पवितर आतमा यीसु के पतेरा छो लइ जथै, ता भुतवा के दवारा ओखर परिक्छा होय।
यीसु उनही जबाब देथै का मै तुमही बाराठे चेलन के नेहको चुने हव? तउभरमा तुम्हर बीच हे अक्ठी मनसे भुतवा हबै।
उन हर मेर के बेकार काम, दुस्टता, लालच अउ बुराई लग भर गइन, उन इसाय लगिन, खून, बैर, छल अउ कानाफूसी लग भर गय हबै।
मै हमर परभु यीसु मसीह के धन्यबाद करथो, मोके उहै सक्ति दय हबै, ऊ मोके बिस्वास के काबिल समझ के अपन सेबा के काम के निता चुने हबै।
बिस्वास के भेद जउन परगट करे गय हबै, कि मुखिया निरदोस, अउ अक्ठिन डउकी के डउका अउ संयमी, सुसील, निक्खा मनसे, पहुनाई करै बाले अउ सिखामै हे निपुड होय।
जिनखर मालिक बिस्वासी हबै, ऊ अपन मालिक के बेज्जती झइ करै कि अब तो ऊ उनखर जसना बिस्वासी भाई हबै, ऊ अब उनखर सेबा अउ जादा मन लगाय के करै, काखे ऊ जउन सेबा लग फायदा उठाउत हबै, संगी बिस्वासी अउ पिरिया हबै, उनके इनही सिधान्त के सिक्छा अउ उपदेस दय करा।
माया अउ दया न करे बाले, दोस लगामै बाले, असंयमी, कठोर, हर मेर के भलाई के बैरी,
पय तुम हइ सगलू बारे हे सचेत रहबे, परेसानी के सहि लइहा, भगवान के संदेस के परचार के काम करिहा, अपन सेबा के पूर करिहा।
उहै मेर सियान डउकी के आदत पवितर मनसेन लग होय, ऊ दोस लगामै बाले गुलाम बनामै बाले अउ दरुहा झइ होय, पय निक्खा बात सिखामै बाले होय,
कउनो के बुराई झइ करै, झगडा करै बाले झइ होय, पय कोमर आदत के होय अउ सगलू मनसेन के आगू बडा नमरता के संग आय,
तुम धीर धरे रइहा, अउ जगत रइहा काखे तुम्हर बिरोधी परेत गरजय बाले बघवा के जसना हबै हइ खोज हे बागत रथै कि करही चीर खाव।