हर मेर के पराथना बिनती अउ निबेदन सहित आतमा के मदद लग हर मउका हे पराथना करत रहा, हइ लक्छ लग सगलू मेर के परयास करत रहा सचेत रहा, अउ सगलू पवितर सेबकन के निता पराथना करा।
हमर मंडली आमै के निता झइ छांडा, जसना कि कुछ मनसे करथै बकि हम अक दूसरे के हिम्मत बांधी। अउ जसना कि तुम देखत हबा कि ऊ दिन लिघ्घो आउत हबै, ता असना करिहा कि अउ जादा परभु के संगति करिहा।
अगर असना होतिस ता दुनिया के सुरू लग ओही बेर-बेर दुख भोगय के पडतिस, पय अब दुनिया के आखरी हे ऊ अक्कै बेर परगट हुइस जेखर लग ऊ बलि के दवारा पाप के मिटो दइस।
तुमो, जउन डउका हबा, इहैमेर अपन-अपन डउकिन के संग इमानदारी लग रहा, काखे ऊ नर हबै कमजोर जानके ओखर इज्जत करा, हइ समझ के हम दउझन जीवन के बरदान के हकदार हबन, जेखर लग तुम्हर बिनती पराथना हे कउनो बाधा झइ पडै।
सुना, मै चोरटा के जसना अइहों, धन्य हबै ऊ, जउन जगथै अउ अपन बन्डी के अपन संग धरथै, ताकि कहुं असना झइ होय कि ऊ बिना बन्डी के फिरै अउ मनसे के बिना बन्डी के बेज्जती होमैके पडै।