पय एहमा का हबै, अगर भगवान अपन गुस्सा दिखामै के निता अउ अपन सक्ति परगट करै के निता उन मनसेन के जउन गुस्सा के निता रथै अउ जिनखर नास होय बाले रथै, बोहत धीर के संग उन बातन के सहन करिन।
पय उनखर निता जउन बिनास के रास्ता हे हबै हइ मिरतू असना दुरगन्ध हबै, जउन मिरतू कि पल्ला लइ जथै, पय उनखर निता जउन मुकति के रास्ता हे चलथै, हइ जीवन के असना सुगन्ध हबै, जउन जीवन के पल्ला खींचथै, पय हइ काम के निता काबिल कोन हबै?
हे भाइयो अगर मै अब तक सुध्दिकरन खतना के परचार करत होतो, ता मोर उप्पर अब तक गलत बेउहार काखे करे जथै? अगर मै असना करतों, ता क्रूस के ठोकड जउन रुकावट होथै ऊ समापत हुइ जथै।
उन लालच हे तुमही अपन मन गडन्त बातन हे फसाय के तुम्हर लग बेकार फायदा उठाही, उनखर निता नियाव सजा पहिले लग तय हुइ चुके हबै, अउ ऊ उनखर पाछू करत हबै, उनखर नास सोय हर नेहको हबै।
काखे हमर मसे कुछ मनसे चुपके लग घुस आथै, हइ मनसेन के नियाव के बारे हे किताब हे बोहत पहिले आगू कर बात गुठे दय रहै, हइ मनसे भगवान बिहीन हबै। हइ मनसे भगवान के अनुगरह किरपा के बिलास के अक्ठी बहाना बना डारे हबै अउ हइ हमर परभु अक्ठी गुरू यीसु मसीह के नेहको मानथै।