“हे ढोंगहा गुरू अउ फरीसी तुमही लानत हबै, तुम मनसेन के निता स्वरग राज कर दूरा के बन्द करथा, न खुद ओहमा घुसथा अउ न उनही जाय देथा, जउन जाय के निता परयास करथै।”
काखे हमर मसे कुछ मनसे चुपके लग घुस आथै, हइ मनसेन के नियाव के बारे हे किताब हे बोहत पहिले आगू कर बात गुठे दय रहै, हइ मनसे भगवान बिहीन हबै। हइ मनसे भगवान के अनुगरह किरपा के बिलास के अक्ठी बहाना बना डारे हबै अउ हइ हमर परभु अक्ठी गुरू यीसु मसीह के नेहको मानथै।