“अब मै तुम के भगवान अउ ओखर अच्छा संदेस के अनुगरह के हाथन हे सउपथो, उहै तुमके बनाय बाले हबै अउ तुमके उन मनसे के संग जेखर पवितर करे जा चुके हबै, उहै तुम्हर उतराधिकारी देवाय सकथै।
कि तै उनखर आंखी उघार कि उन अंधियार लग उजियार के पल्ला अउ भुतवा के हक ले भगवान के पल्ला फिरै, कि पापन के छमा अउ उन मनसेन के संग जउन मोर हे बिस्वास करै लग पवितर करे गइन बरदान पामै।
हर अक्ठी खेल, जउन खेल हे भाग लेथै, उन हर बात हे धीर धरथै, उन नास होय बाले इनाम मुकुट पामै के निता असना करथै, जब कि हम जउन इनाम मुकुट कबहुं नास नेहको होमै बाले हबै ओखर निता करथन।
ऊ आतमा हमर वारिस के रूप हे जमानत के रूप हे ऊ टेम तक हे दइ दय गय हबै, जब तक कि ऊ हमही जउन ओखर अपन हबै पूर मेर लग मुकति नेहको दइ देथै, एखर कारन मनसे ओखर महिमा के बडाई करै।
अपन जेलियर मनसेन के संग दुख हे उनखर दुख बांटा अउ जब तुम्हर डेरा जइजात के छंडाय लइन, ता अपने-अपन हे जउन नुसकान हुइस उके खुसी-खुसी सुइकार लइन, काखे उन जानथै कि हमर लिघ्घो अभिन्नो कुछ डेरा जइजात हबै जउन सबरोज रही।
हइ कारन लग मसीह ऊ हबै जउन अक्ठी नबा टीमा के बीचबचाव करथै, ताकि जउन मनसेन के भगवान बोलाय हबै, उन सबरोज आसीस पाय सकै जउन भगवान टीमा करे हबै। असना इहैनिता करे जाय सकथै काखे असना मरिन जउन मनसेन के ऊ पाप लग छोडाथै जउन उन करे रथै जबकि पहिले टीमा दबाव हे रथै।
तुम बुराई के बदला बुराई झइ करा अउ न गारी के बदला गारी देया, पय एखर उलटा आसीस देया, काखे इहै करै के निता तुम बुलाय गय हबा, कि तुमही फिरी हे आसीस पाय सका।
अउ असुध्द चीज ओहमा परवेस तक नेहको के पाही अउ न कउ असना मनसे जउन घ्रनित के काम करै बाले या झूठ बोलथै, ऊ मनसे ऊ सहर हे उहै परवेस के सकथै, जेखर नाम गेडरा के जीवन के किताब हे लिखररे हर हबै।