13 हइ कारन अपन-अपन दिमाक के कमर बांध के अउ सचेत रही के ऊ अनुगरह किरपा के पूर आसा रखा जउन यीसु मसीह के परगट होय के निता टेम तुमके मिलै बाले हबै।
ता ऊ उनखर लग कथै, तुमो मोर अंगूर के बगिया हे अइहा, मै तुमही सही मजदूरी दइहों।
“हरमेसा तइयार रहा अउ अपन चिमनी बारे रखा।
जब मनसे कर टोरवा के आमै के टेम होही, ता ओसनेन होही।
का ऊ नेहको गुठेही, कि मोर खाना तइयार करा, जब तक मै खइहों पिहों तब तक कनिहा बांध के मोर सेबा कर, एखर बाद हे तहु खाय पी लइहे?
हमर स्वभाव टेम के जसना, दिन के ओग होय, हम रंगरेलियों अउ दरुहा अउ बेभिचार अउ भोगबिलास, झगडा अउ जलन लग दुरिहां रहै।
काखे हइ दुनिया बडी आसा के संग ऊ टेम के ओरगे हबै, जब भगवान कर टोरवा के परगट करे जही।
तुम्हर हे कउनो मेर के बरदान के कमी नेहको हबै, अउ तुम हमर परभु यीसु मसीह के परगट होय के निता ओरगथन।
अबे तो बिस्वास, आसा अउ माया हइ तीनो बने हबै, पय इनखर मसे सगला बडा माया हबै।
इहैनिता अपन कनिहा सही लग कसके, नियाइपन के कपडा पहिने के ठाढ रहा।
मसीह तुम्हर जीवन हबै, जब मसीह परगट हुइ तब तुम उनखर संग महिमा के संग परगट हुइबे।
अउ जउन तुमही परेसान करत हबै, उनोन को अराम दे, हइ तब होही जब परभु यीसु मसीह स्वरग लग अपन सक्तिसाली स्वरगदूतन के संग धंधकत आगी हे परगट होही,
पय तुम हइ सगलू बारे हे सचेत रहबे, परेसानी के सहि लइहा, भगवान के संदेस के परचार के काम करिहा, अपन सेबा के पूर करिहा।
भभिस्य हे मोर निता नियाइपन धरमी पन के इनाम के मुकुट सुरक्छित हबै, जउन न्याय करैबाले परभु मोके ऊ रोज दइ, मोके बस नेहको पय उन सगलू कउ के जउन उनखर दुबारा आमै लग बडी आसा लग ओरगथै।
इहैनिता तुम अपन बिस्वास अउ हिम्मत झइ छंडिहा काखे एखर इनाम बडा हबै।
पय भगवान के घराना हे मसीह तो अक्ठी टोरवा के रूप हे बिस्वास करै के ओग हबै अउ अगर हम अपन हिम्मत अउ ऊ आसा हे बिस्वास के बनाय रखथन ता हमिन ओखर घराना के हबन।
ऊ आसरा हमर आतमा के मजबूत अउ जरूर लंगर के सकल हे रखथन, हइ परदा के ऊ पार स्वरगी मन्दिर गरभ हे पहुंचाथै,
ओसनेन मसीह, अक्कै बेर बोहत झन मनसेन के पाप के उठामै के निता बलि हुइस अउ ऊ पाप के कारन नेहको, पय उनखर निता मुकति देमामै के निता फेर दुइ बेर परगट होही।
इहै मुकति के बारे हे उन ग्यानी मनसे बोहत खोजिन अउ जांच-पडताल करिन, उन दया के बारे हे जउन तुम्हर हे होमै बाले रथै, आगू कर बात गुठेय रहिन।
मसीह के परभु जानके अपन मन हे पवितर समझइहा। जउन कउ तुम्हर आसा के बारे हे कुछु पूछथै, ता उनही नमरता अउ डर के संग जबाब देय के निता हरमेसा तइयार रइहा,
ऊ टेम निकट हबै जब सब कुछ बढाय जही, इहैनिता समझदार बना अउ धीर धरा, जेखर लग तुम पराथना बिनती के सका।
मै तुमही हइ चिट्ठी सिलवानुस लग लिखवाय हबो, जेही मै अपन बिस्वासी भाई मानथो मै तुमही समझाथो अउ बिस्वास देवाथो कि एहमा जउन कुछ लिखवरे हबै, ऊ भगवान के निक्खा अनुगरह किरपा हबै, ऊ किरपा हे मजबूत बने रइहा।
तुम धीर धरे रइहा, अउ जगत रइहा काखे तुम्हर बिरोधी परेत गरजय बाले बघवा के जसना हबै हइ खोज हे बागत रथै कि करही चीर खाव।
अउ जउन कउ मसीह लग असना आसा करथै, उके ओसनेन पवितर बनै चाही, जसना मसीह पवितर हबै।