मै उनखर हे अउ तै मोर हे, जेखर लग उन पूरी तरह लग अक्ठी हुइ जाय अउ दुनिया हइ जान लेय कि तै मोके पठोय हबस अउ जउन मेर तै मोर लग माया करे, उहै मेर उनखरो लग माया करे हबस।
कउ इहो कइहीं, “पय खाना लादा के निता हबै अउ लादा खाना के निता हबै।” हव, पय भगवान दोनो के नास के देही। देह गलत काम के निता नेहको, बलुक परभु के निता हबै, अउ परभु हमर देह के निता हबै।
हइ दुनिया के भगवान उन अबिस्वासिन के दिमाक के अंधियार हे डाल दय हबै, कि ऊ भगवान के परति छाप हे मसीह के महिमा के संदेस लग अलगे रहै उजियार के झइ देख पामै।
भगवान के मन्दिर का मूरती लग का रिस्ता? काखे हम खुद ऊ जिन्दा भगवान के मन्दिर हबन, जसना कि भगवान कथै, “मै उनखर भित्तर निबास करिहों, चलिहों फिरिहों, मै उनखर भगवान हुइहों, अउ ऊ मोर मनसे बनहिन।”
पिछले टेम हे तुम हइ दुनिया के चाल चलन बादर के हक जमामै बाले भुतवा के बस हे रथा, मतलब ऊ आतमा जउन अबे तक आदेस न मानै बाले हे काम करथै, उहै के जसना जीवन जियत रथन।
जउन भगवान के आदेसन के मानथै, अउ उहै हे बने रथै, अउ ओखर हे भगवान निबास करथै, इहैमेर ऊ आतमा के दवारा जेही भगवान हमके दय हबै, हम हइ जानथन कि भगवान हमर भित्तर रथै।
पय हम भगवान के हबन इहैनिता जउन भगवान के जानथै, ऊ हमर सुनथै पय जउन भगवान के नेहको जानथै, ऊ हमर नेहको सुनथै, हइ कारन हम सत्य के आतमा अउ भरमाय बाले आतमा के चीन्ह सकथन।