इहैनिता हे पिरिया भाई अउ बेहन, जब हमर लग हइ टीमा करे गय हबै ता हम भगवान के परति डर के कारन, खुद के देह अउ आतमा के हर अक्ठी पवितर के सुध्द करके अपन बाहरी अउ भीतरी सगलू गुनाह के धोय डारे हबै।
भगवान के दुइ बात हबै, ओखर टीमा अउ किरिया जउन कबहुं नेहको बदल सकथै अउ जेखर बारे हे भगवान कबहुं झूठ नेहको कहि सकथै। इहैनिता जउन भगवान के लिघ्घो सुरक्छा पामै के निता आय हबै अउ जउन आसा ऊ हमही दय हबै हम ओहमा बने रही।
उस महिमा के दवारा ऊ हमर निता अपन बडा अउ कीमती टीमा के पूर करे हबै, इहैमेर तै ऊ असक्ति लग बच गय, जउन बेकार वासना के कारन दुनिया हे बसे हबै अउ तै भगवान बेउहार के सहभागी बन गय हबस।
इहैनिता, हे पिरिया भाई अउ बेहन, जब तुम ऊ रोज के ओरगे हबा, ता परियास करा कि परभु के नजर हे पवितर अउ निरदोस पाय जा, अउ तुम्हर हे ओखर सान्ति के निबास होय।