5 फासाडी शैतान तियाहा जाखो उसापो घेऊन गोल्यो, अने होमला क्षणोम आखे जगतो राज्य देखाडीत,
अने राज्याआ ओ सुसमाचार आखा जगात प्रचार कोअयु जाय का आखे जातिई कोईता साक्ष उवे तेहलाम आखिर आवे.
नंतर शैतान तियाहा उचो डोगोपो घेऊन गोल्यो अने जगामे आखे राज्य अने वैभव देखाडीला,
जांहा फासाडी तेहा तुरही वाजिजाऐ तेहलाम क्षणोम एहलो ओत जानारू काहाके तेहा तुरही वाजिजाऐ अने मोल्या अमर ओतगोयु जिवंत उठनारू अने आमाहा जे ओमे जीवतु होय, बोदलीत जानारू
अने जगाआरी एहलो रोंहु जोवे का हाहराआरी रोत जीवनरे नाहा काहाके आव जुगाआ रिती अने व्यवहार बद्लीलो जातेहे.
काहाके आमाआ छळ भारातला फोवरोजे संकट आमा कोअता जास्तीज महत्व पुरो अने सार्वकालिक गौरव उत्पन्न कोईत जात्लू,
ज्याम तुमु पालील्यो आव संसारो रीतीपो अधिकार अने जुगोओ सरदार अर्थात तिया आत्मा अनुसार चालते ओते, जे ओमेभी आज्ञा न कोनारामे काम कोअता.
काहाके का आमाहा ओ युद्ध रक्त मासा आरी नाहा ताहा अधिपती अने अन्धकार अने या संसारो अंधकाराया पुढारी अने जुगोमेरयो भूत आत्मारी.