11 आव गोठीई आज्ञा आप अने हिकाडतो रो.
आव गोठीई बी आज्ञा आपित रो जियासी तेए निर्दोष रोय.
ज्याआ मालक विश्वासणारे होय तियाहा ते पाही होमजीत तुच्छ मानु कायना पोन तियाआ फासी सेवा कोईली काहाके त्यांपोरोत फायदा कोअनारे विश्वासी अने प्रेम होय आव गोठीई हिकवन आपित रो अने होमजाडीत रो.
का तू वचनाआ प्रचार को हर टेमे तियार रो आखा प्रकाराआ सहनशीलता अने हिकाडीलो आरी दोष देखाळ अने निषेध को अने होमाजळ.
याआ गोठीही पुरो अधिकाराआ कोअलो, अने होमजीत लेत जा, उत्साहामे कोईत रो अने कोडु ताहू तुच्छ नि जाअहु जुवे.
ए गोठी खोरी होय, अने आय होमजीत्लू का तू आव गोठीइ विषयी खात्रीवाही गोगनारू का याकोअता का जिये देवापो विश्वास मेकलू होय, ते हाजो-चांगले कामा माय कोइला कोअता लक्ष दयाहि गोठी हाजी अने मांहाहा लागि गोईली होय.