काहाके परमेश्वरोओ वचन जिवंत अने प्रबळ अने हर एक दोनधारी तलवारीप रोत पण जाखो तेज होय अने जीव अने आत्माहा अने गाठ-गाठ आने गूदे-गूदे हा अलग कोईत आर-पार जात्लू अने मोन भावना अने विचारोहो जाच कोअत्लू.
आमू ओलखीत्लू का जो कोडु परमेश्वारापोरोत उत्पन्न ओवयू होय ओ पाप नाहाकोईत; पोन जे परमेश्वारापो रोत उत्पन्न ओवयू होय तियाहा तो वासाडीत मेकोहो अने तो वाईट तियाहा नाहा कोहू इच्छित.