7 अने जो साक्ष आपोहो तो आत्माआ होय; काहाके का आत्माआ खोरो होय.
तो बोलताआ ओतु एक उजळलेल्या वादलावाही तियाहा टापित टाक्ये अने तियाअ वादलामरोत ओ शब्द आव्ये ओ माआ परम प्रिय पुत्र होय या आय प्रसन्न होय तियाआ होमला.
पण जर ताआ तो होमलीनारू नाहा ताहा आपाआरी एक किंवा बेन मांहे फासी लेत जा यकोअता का बेन किंवा तीन साक्षीई सोबिमरोत शब्दावाही ते निच्छित कोल्यु जाइअलो.
याआ याकोअता तुमु जा, आखे जातीई मांहोहो शिष्य बोनाडा; अने तियाहा बाह्हाआ, अने पुत्र, अने पवित्र आत्माआ नावामेहे बाप्तिस्मे आपा,
सुरवातीमेहे वचन ओतो, अने वचन परमेश्वरोओ आरी ओतो, अने वचन परमेश्वर ओतु.
माआ बाह्हू अने आय एक होय.
ऐ ओबा, आपाआ नावोओ गौरव को तेहलाम ए जुग वाणी उवी, “आय तियाआ गौरव कोल्यु होय, अने फासाडीभी कोअही.”
अर्थात सत्याआ आत्माआ, ज्याहा जग ग्रहण नाहा कोअहू शकत, काहाके तो तियाहा पालीत नाहा अने तियाहा, उलखित्लू; तुमु तियाहा ओलखीत, काहाके तो तुमाआ आरी रोतलू, अने तो तुमामे रोही.
पोन जाहा अतो मदत कोअनारू आविलो ज्याहा आय तुमापोओ बाह्हाप रोत मोकलीही म्हणजे खराआ आत्माआ जो परमेश्वारापोरोत आवत्लू ताहा तो माआ साक्ष होय,
काहाके ज्यपोरोत बाह्हू स्वतः माय जीवोन मेकोहो तियाआ प्रमाणोओ तिये पोऱ्याहा पण ओच अधिकार आप्यू होय का, स्वतः माय जीवोन मेकिलो;
आय आपाआ साक्षी स्वता कोत्लू अने परम बाह्हू जीआ माहु मोक्ल्यीत होय, मापोरोत तो साक्षी आपोहो.
येशु उत्तर आप्लु, जर आय माआ महिमा कोअयी ताहा ती महिमा किबी नाहा, जो माहु महिमा आपोहो तो माआ परम बाह्हू होय त्याविषयी तुमु आखा आगाडी कोआ का तो आमाआ परमेश्वर होय.
आवा प्रकारे देवाच्या हुदिवोल उचो पदी मिलवीत, अने बाह्हू त्यापोरोत ते पवित्र जोडयो कोईत ज्याआ प्रतिज्ञा कोअल्यो गोयी ओती तिये ओ ओतीत आप्लु होय जे तुमु पालल्ते अने होमलित.
याआ आखे गोटीविषयी आमाहा साक्षी होये अने तो पवित्र आत्माआ पण होय जो परमेश्वाराहा तियाहा आप्यू होय जे तियाआ आज्ञाआ पालीत कोअता.
प्रभु येशु ख्रिस्ता अनुग्रह अने परमेश्वरा अने प्रेम अने पवित्र आत्माआ सहभागिता तुमु आखा आरी ओती रोय.
तियाआ जिविनाआ वचनाआ विषयोमेहे जो पेल्लू ओतु ज्याहा आमू होमले अने ज्याहा आमू आपाआ डोआवाही देख्या होय पोन ज्याहा आमू द्यान देत पाल्याहा अने आथोवाही सापलित पाल्याहा
ओच होय तो जो पाअयो अने रगत द्वारा आवयू ओतु, अर्थात येशु ख्रिस्त तोज नाहा फक्त पाअयोंआ द्वारा नाहा ताहा पाई अने रक्त बेनजो त्यापोरत आवयू ओतु.
साक्ष आपणारे तीन होय, आत्माआ अने पाई अने रक्त; अने तिन एकुच गोठीपो सहमत होय.
तो रक्तावहि शिंपडलेले कापडे पेअयुहु, अने तियाआ नाव परमेश्वरोओ वचन होय.