घरबला आ घरबाली एक-दोसरके सारिरीक समबन्धसे इन्कार नै कर। इन्कारो करबिही त परथनामे समय बिताबैके लेल एक-आपसमे सल्लाह कैरके कुछ समयके लेल अलग रह। तब फेर एकसाथ रह, नै त तुसब आपन मन थामैले नै सक्लाके कारनसे सैतान तोरासबके परिक्छामे पारतौ।
एहेन लोकसब सन्तोखिया नै हैछै, हरदम दोसरके गल्ती निकालैछै आ अपना सेहो नै निक इक्छासबमे चलैछै, अपनेके बरका सम्झैछै आ आपन काम बनाइले दोसरके चापलुसी करैछै।