1 महज अन्तके दिनसबमे दुखके समय एतौ से बात तुसब जान।
कथिलेत आब एहेन समय आइबरहल छै कि लोकसब सहि सिक्छाके बात सुनैले बरदास नै करतै। बरु आपने इक्छाके पछा भाग्तै। उसब आपन इक्छासे ओहै गुरुसबके ढेरियाइतै जे ओइसबके सुनैले मज्जा लागैबला बातसब सुनाइतै।
सबसे पहिने तोरासबके यि बुझैले परतौ कि, अन्तके दिनमे अधलाह लोक आपन स्वारथ चाहना बाहेक औरो किछो नै सोच्तै। उसब तोरासबके खिसी करैत कहतौ,
हमर पिरिय धियापुतासब, यि अन्तिम घरी चियै। खिरिस्ट बिरोधी आबैबला छै से तुसब सुन्नेचिही। खिरिस्टके बहौत बिरोधीसब त आइबगेल छै। तहैसे अपनासब यि अन्तिम घरी चियै से बात जानैचियै।
महज, हे पिरिय भाइ-भैयासब, अपनासबके परभु येसु खिरिस्टके परेरितसबके पहिने कहलहा बातसब याद कर।
उसब कहने रहै, “अन्तिम बखतमे मजाक करैबलासब एतौ। उसब परमेस्वरके बात नै माइनके आपने इक्छासबमे लागल रहतौ।”