5 तैहनङ कोनो खेलमे भाग लेल खेलाड़ी नियममे रैहके नै खेल्तै त ओकरा इनाम नै मिल्तै।
“सकेत केबारसे ढुकैले आपन पुरा बल लगा। कथिलेत, हम तोरासबके कहैचियौ, बहुत लोकसब ढुकैले चाहतै, महज ढुके नै सक्तै।
कोइ कोइ डाह कैरके औरोसे बेसी करलियै कैहके देखाबैके लेल खिरिस्टके बारेमे परचार करैछै महज कतहेक लोक असल बिचारसे परचार करैछै।
खिरिस्टके महान सक्तीमे भर पैरके यि काम हम एकदम मेहनतसे करैचियै।
पापके बिरोधमे तोरासबके करल सङघर्ससे आपन परान दैबला अबस्थामे नै पुगल चिही।
अहाँ ओकरा कुछ समयके लेल स्वरगदुतसबसे कनहिकरा छोट बनेलियै। अहाँ ओकरा महिमा आ आदरके मुकुट लग्यादेनेचियै।
महज हमसब येसुके देखैचियै कि परमेस्वरके अनुगरहके कारनसे उ सबके लेल मरैले सके कैहके एकछनके लेल स्वरगदुतसे ओकरा छोट करल्कै। उ अपनासबके लेल मिरतुके दुख भोगल्कै, ओहैसे परमेस्वर ओकरा महिमा आ आदरके मुकुट पिन्हाइल्कै।
उ लोक धैनके चियै, जे आपत-बिपतमे अस्थिर रहैछै, कथिलेकी जाँचके सामना करलाके बाद उ जिबनके मुकुट पाबतै, जे परमेस्वरके परेम करैबलासबके परमेस्वर दैले परतिग्या करने छै।
जब परधान चरबाहा परगट हेतै, तब तुसब सबदिन चम्कैबला मुकुट पाबबिही जकर सोभा कहियो नै घटतौ।
तोरा जे कस्ट परेबलाछौ ओइसे नै डरा। तोहर बिस्बास जाँचके लेल सैतान तोरासबमेसे कतेक लोकके जहलमे ढोकतौ। अहिनङ कैरके तोरासबके दस दिनतक कस्ट सहैले परतौ। तु मिरतु तक हमरमे बिस्बास करैले नै छोर। तब हम तोरा जिबनके मुकुट देबौ।’
हम जल्दिए आइबरहल चियौ। तोहरमे भेल बिस्बासके बचाके राख ताकी कोइ नै तोरासे बिजयके मुकुट छिनके लेबे।
उसब गित गाबैतरहैत बेरमे सबदिन जिबित आ सिंहासनमे बिराजमान रहैबलाके अगा उ चौबिसटा धरमगुरुसब गोरलागल्कै आ आपन-आपन मुकुट ओकर सिंहासनके अगा राइखके अनङ कहल्कै,
उ सिंहासनके चारुओर चौबिसटा सिंहासनसब छेलै आ मुरमे सोनाके मुकुट आ उजर बस्तर पहिरने चौबिस गोरा धरमगुरुसब उ सिंहासनमे बैठल छेलै।