अहैलेल हे हमर पिरिय सङीसब, परमेस्वर अपनासबके देल यि परतिग्या अनुसार देह आ आत्माके असुध बनाबैबला हर किसिमके बातसे अपनासब दुरे रह आ परमेस्वरके डर मानैत औरो पबितर हैत चल।
यि बातसब साँचोके चियै। हम चाहैचियै कि अइ बातसबमे जोर दिय, ताकि जे परमेस्वरमे बिस्बास करने छै उसब असल काममे धियान देबे। कथिलेकी यि सब लोकसबके लेल असल आ फाइदाके बात चियै।