4 जब तोहर चुबल लोरके याद आबैछौ, तब तोहरसे भेट करैले मन लागैछै ताकी तोहर सङे भेटके हम खुसी हेतियै।
अहिनङे अखुन तुसब सोक करबिही, महज हम फेनो तोरासबके भेटैले एबौ त तोरासबके हिरदय खुसीसे भरतौ। तब कोइ नै तोरासबके खुसी तोरासबसे छिन्तौ।
अखुनोतक तुसब हमर नाममे कुछो नै माङनेचिही। माङ त तुसब पाबबिही आ तहैसे तोरासबके आनन्द पुरा हेतौ।
हम त धिरजके साथ आ लोर बह्या-बह्याके यहुदीसबके जालझेलके बावजुदो परभुके सेबा करतै रहलियै।
तै खातिर होसियार रह, कि हम तिन बरिसतक दिन-रात लोर बह्या-बह्याके लोकसबके समझाइते रहलियौ।
पबितर आत्मासे मिलल आसिस तोरासबसङे बाइटके बिस्बासमे बलगर बनाइले सकी कैहके तोरासबसे भेटैके खुब इक्छाछै।
खिरिस्ट येसुवे जखा हम्हु तोरासबके परेम करलासे तोरासबके भेटैके एकदम इक्छा करनेचियै से परमेस्वर जानैछै।
तोरासबके भेटैके ओकर एकदम इक्छाछै। उ बिमार परल बात तुसब सुनलासे उ एकदम चिन्ता कैररहलछै।
देख भाइसब, हमसब कुछ समयके लेल तोरासबसे जरुर दुर हैले परलै, महज हमरासबके मन त तोरासबसङे रहौ। तोरासबके सामनेसे देखेके बहौत इक्छा भेलाके कारन तोरासबलग जाइले बहौत कोसिस करलियौ।
जार मौसम आबैसे पैहनैये चैल आबैले कोसिस कर। युबुलस, पुडेस, लिनस, कलौडिया आ अतेका सब भाइ-बहिनसब तोरा गोर लागैचियौ कैहके पठाइनेछौ।
सकभर हमरा जल्दी आइबके भेट कर।
अपनासबमे भरपुर आनन्द रहे कैहके हमसब यि बात लिखरहल चियौ।
परमेस्वर ओकरासबके आँखके पुरे लोर पोइछदेतै। ओते मिरतु, सोक, बिलाप आ दुख नै हेतै। कथिलेत पुरन्का सब बात बित गेलछै।”
कथिलेत सिंहासनके बिचमे रहैबला थुमा ओकरासबके चरबाहा हेतै, ओकरासबके डोरियाइत जिबनके पानीके मुलमे लजेतै आ परमेस्वर ओकरासबके आँखके सब लोर पोइछदेतै।”