अन्तमे, भाइ-भैयासब, जे बात सत छै, जे बात असल छै, जे बात नियाय संगत छै, जे बात पबितर छै, जे बात परेम योग्य छै, जे बात किरपाके योग्य छै, अरथात जे आदरके योग्य छै आ परसन्साके योग्य छै तैमे मन लगा।
कथिलेत स्वरग आ पिरथिबीमे भेल सब चिज ओकरेसे सिरिस्टी भेलै। देखापरैबला आ नै देखापरैबला सब चिज, चाहे सिंहासन या सक्तीसब हेबे, सासकसब आ अधिकार चलाइबलासब, यि सब चिज खिरिस्टेसे आ खिरिस्टेके खातिर सिरिस्टी भेलै।
परमेस्वरे हमरौरके बचेल्कै आ आपन पबितर बोलाबटसे बोलाइल्कै। हमरौरके काम देखके नै, महज उ आपन इक्छा आ अनुगरहसे करने छै, जे उ खिरिस्ट येसुमे जुगो-जुग पहिनेसे हमरासबके देने छेलै।
तैल्याके हे भाइसब, परमेस्वर तोरासबके बोलाइनेछौ आ चुन्ने छौ से बात आपन जिबनमे परमानित करैले एकदम कोसिस करैतरह। तुसब एहैन करबिही त, बिस्बाससे कहियो नै गिरबिही।