जे असली रुप परकट हैछै उ इजोत चियै। पबितर धरमसास्तरमे अनङ लिखलछै, “हे बिभोर निनमे परल लोकसब जाग आ आपन पापके कारनसे मरल नै रह, जिबित हो। तब खिरिस्टके इजोत तोरासबमे चमकतौ।”
तुसब पाप करलाके कारन आ बेबस्था अनुसार खतना नै करैबला गैर-यहुदी लोक भेलासे एक समय तुसब आत्मिक रुपमे मरल छेल्ही। महज आब त परमेस्वर तोरासबके खिरिस्टसङे जियाइनेछौ आ अपनासबके सब पाप छमा कैरदेनेछौ।
उ जतहेक मान-सम्मान आ भोग-बिलास करने छै, ओतबेहेक ओकरा दुख आ सोक दहै। कथिलेत उ मनमने कहैछै, ‘हम त महरानी चियै, हम बिधुवा नै चियै, हमरा कहियो सोक करैले नै परतै।’