जे लोक एकटा दिनके बिसेस रुपसे मानैछै, उ लोक परभुके आदरके लेल पालन करैछै। तहिनङे जे लोक मासु लगाएत सब चिज खाइछै उ लोक परमेस्वरके आदरके लेल खाइछै आ परमेस्वरके धन्यबाद दैछै। जे लोक सागपात मातरे खाइछै उ लोक परमेस्वरके आदरके लेल खाइछै आ उहो परमेस्वरके धन्यबाद दैछै।
यदि तु बियाह करबो करबिही त उ पाप नै चियै। तहिनङे यदि कुमाइर छौरी बियाह करतै त उ पाप नै करैछै। तैयो बियाह करैबलासबके अइ सन्सारमे झनझट हैछै आ हम तोरासबके अइसे बचाइले चाहैचियौ।