ओतेका लोकसब थेसलोनिकेके लोकसबसे खुला बिचारके लोकसब रहै। उसब परमेस्वरके सुसमाचार एकदम धियान द्याके सुनै। पावलके कहलहा बातसब मिलैछै कि नै मिलैछै कैहके उसब हरेक दिन धरमसास्तर पढ़है आ जाँचै।
तैखातिर हे भाइ-भैयासब, यदि हम तोरासबके बिचमे आन भसामे बोल्बौ त तोरासबके कि फाइदा हेतौ? बरु परमेस्वरसे एल कोनो बातके परकास आ ग्यान-गुनके बात, अगमबानी या सिक्छा हम देबौ त तोरासबके फाइदा हेतौ।