परमेस्वरके परकट करल सत्यके सन्देस अचमके चियै आ अकरा कोइ नै इन्कार करे सक्तै। खिरिस्ट मानब बैनके परगट भेलै आ पबितर आत्मासे धरमी ठहरल गेलै। स्वरगदुतसब ओकरा देखल्कै आ जाती-जातीके बिचमे ओकर बारेमे परचार भेलै। सन्सारमे लोकसब ओकरा बिस्बास करल्कै आ उ महिमाके सङे स्वरगमे उठ्यालगेलै।