8 तहिनङे मन्डलीमे सेबा करैबला डिकन निक चालचलनके लोक हैकेचाही। उसब साँच-साँच बोलैबला, दाख मध नै पियैबला आ पैसा-कौरीके लोभ-लालच नै करैबला हैकेचाही।
“ओकरासबके कन्ठ त खुलल चिहानसे निकलैबला दुरगन्ध जखाछै, उसब आपन जिहसे छलके बात करैछै।” “ओकरासबके बोली बिखधर साँपके बिख जखाछै।”
हम पावल आ तिमोथी, येसु खिरिस्टके दास, फिलिप्पी सहरमे रहैबला परमेस्वरके पबितर जनसब, मन्डलीके रेख-देख करैबलासब आ डिकनसबके यि चिठी लिखैचियै।
मन्डलीके सेबा करैबला डिकनके एकेटा घरबाली हैकेचाही। उ आपन बेटा-बेटी आ घरपरिबारके निकसे चलाइबला हैकेचाही।
तै खातिर मन्डलीके एकटा अगुवा हैकेलेल यि जरुरी छै जे उ दोस बिनाके हैकेचाही, ओकरा एकेटा घरबाली हैकेचाही, उ धिरजी, सम्झदार, भलादमी, मेजमानसबके मान-दान आ लोकसबके असलसे सिखाइबला हैकेचाही।
महज उ मारपिट नै करैबला, दाखमध नै पिये बला, रिस नै करैबला, सान्त स्वभाबके आ पैसाके लोभ नै करैबला हैकेचाही।
तु पानी मातरे नै पि, महज तोरा बेर-बेर पेटके बिमारी भेलाके कारन कन्हिक-कन्हिक दाखमध पियैत रह।
मन्डलीके बिसपसब परमेस्वरके कामके रेखदेख करैबला भेलाके कारन निरदोस रहे परतै। उ लोक जिदी, झटसे खिसियाइबला, मतबाली, लराइ-झगरा करैबला आ धनके लोभ करैबला नै हैकेचाही।
तहिनङे, बुढ जनिसबके परमेस्वरके आदर हैबला असल चालचलनके जिबन जियैके लेल सिखा। उसब बिना कारन ककरो निन्दा नै करे आ निसाबला चिजके बसमे नै परे बरु जे चिज असल छै उ औरो दोसर गोराके सिखाबे।
एकेटा मुहसे आसिरबाद आ सराप दुनु निक्लैछै। हे हमर भाइ-भैयासब अनङ त नै हैकेचाही!
तोरासबके जिम्मामे देल परमेस्वरके भेरासबके देखभाल कर। यि काम करकापमे पैरके नै महज खुसिसे परमेस्वरके इक्छा बमोजिम आ कोनो पैसा-कौरीके लोभसे नै महज सेबाके मन ल्याके कर।