आब हम सन्सारमे नै रहबै, महज उसब त सन्सारेमे रहतै आ हम अहाँके लग आइबरहल चियै। हे पबितर पिता, अहाँ आपन नामके सक्तिसे एकरासबके रक्छा करु, जे नाम अहाँ हमरा देलियै, ताकि ओहोसब हम आ अहाँ एक भ्याल जखा एक हेबे।
हम परथना करैचियै कि उ सबकोइ एक हेबे। हे पिता, जहिनङे अहाँ हमरमे आ हम अहाँमे चियै, तहिनङे ओहोसब अपनासबसङे एक हेबे, ताकि अहाँ हमरा पठाइनेचियै कैहके सन्सारके लोकसब बिस्बास करे।
हे निन्दा करैबला लोकसब, देखके चकित हो आ नास भ्याजो! कथिलेत हम तोरे बखतमे एहेन काम करबौ, ओइ कामके बारेमे तोरा कोइ कहबो करतौ त, कहियो नै तुसब बिस्बास करबिही।”
यदि खिरिस्टमे रहलाके कारन तुसब कुछ उत्साह पाबनेचिही, या ओकर परेमसे तुसब कुछ सानत्वना पाबनेचिही, या पबितर आत्माके संगती पाबनेचिही, या एक दोसरसङे परेम आ दया करैचिही त,