अगर कोई भूखा हो, ता से आपणे घरा ई खाई ले, ताकि जेबे तुस्से कठे हो ता तुस्से सब कुछ खरे ढंगा किन्हें करहा, ताकि परमेसर तुस्सा जो सजा नी दे। होर बाकि गल्ला रे बारे मन्झ जो तुस्से लिखिरा था, स्यों मां तेथी आई किन्हें समझाई देणी।
मुंजो हरानी एस गल्ला री कि जिन्हें परमेसरे तुस्से आपणे लोक हूंणे रे कठे मसीह रे अनुग्रह रे ज्रीए सादे, तुस्से इतनी जल्दी तेस परमेसरा ले दूर हुई गये, होर “कोई दूजे उपदेसा” जो मनदे लगे जेस जो कुछ लोक खुसी री खबर बोल्हे।
पर जुआन विधवा रे नांऊँ तेस्सा सूची मन्झ मत लिखदे जिन्हों विस्वासी लोक लगातार मदद करहे, क्यूंकि जेबे तिन्हारी सरीरा री इच्छा बड़ी जाईं होर विधवा हुंदे हुए भी मसीह री सेऊआ करणे री इच्छा तेता रे मुकाबले कम हुई जाईं, ता स्यों दबारा ब्याह करणा चाहीं।