1 अपेहल कुरच़े निह्ज़ी मुहर युप्ति, दंङ दोरे भत्तेर अंऊर स्वर्गारिंङ तोईरे आधा घंटा ओ थल्जी शांत शुहचे इलिर।
दंङ दुह पहरेदारातु साते अच्च़ा इलि, दंङ रघटु टोईच़ी मोहर लगाके दोऊ रखवाली लेह लेहतिर।
दंङ अंऊ सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ा तोहई, गेह दोऊ गुहड़रिंङ इच्च़ा कताब तंङरिगा, अंऊ तोंङ ए धकते च़ेहसी तोहई, दंङ दुह निह्ज़ी मुहर लगाइगी बंद लेह केहषी तोहई।
दंङ दोरे दि खरकोई गीत कुट्री लेहतिर, “कांह दि कताब मुहर थक्च़िमी ए दिबी युप्च़िमी जोगे तोतोन; छना कुचे कनिंङ बलिदान लहसी शुह। कनु शुहई अंऊ बहाएक्सी तोहई, मीहतिंङ छुड़ाके च़रति ताकि दोरे परमेश्वरो मीहरे बणेंके योर। दिरे मीहरे भत्ते गोत्र, भत्ते भाषा, भत्ते ठहरि ए भत्ते राज्यो दोरच़ी तोतोर।”
दोहथल गेह खंईगा कि कुरच़ा दुह निह्ज मुहरो बिचंङ इच्च़ा युप्ति; दंङ गेह पि श्रींङे प्राणी तु बिचंङ इच्च़ा बि हाऊष रंड्री रेड्रीगा। दोऊ सग गर्जनो ठ्रोह महसे तोहई। दोई कुई, “हेंतेग ईला तुखा बणेक्तु।”
अपेहल कुरच़े छठवीं मुहर युप्ति, दंङ गेह खंईगा कि इच्च़ा मोह्ड़े भुयंल शुई; ऐके ओ रंग तुंगी रोहकी कम्बलो ठ्रोह रोहकी शुहचे इलि दंङ पूरा लचंङ शुहई ओ ठ्रोह षेह्ई शुहचे इलि।
अपेहल कुरच़े दूसरा मुहर युप्ति, दंङ गेह दूसरा प्राणी बि दि कुट्री रेड्रीगा, “एंतेग इला।”
दोहपल कुरच़े तीसरा मुहर युप्ति, दंङ गेह तीसरा प्राणी बि दि कुट्री रेड्रीगा, “एंतेग इला।” दंङ गेह खंड़िगा कि इच्च़ा रोहकी रहंङ धकतेखा अति; दंङ दोऊ टोईच़ी बंङज़ी दोऊ गुह्ट्र इच्च़ा त्रकड़ी तोह।
दंङ अपेहल कुरच़े चौथा मुहर युप्ति, दंङ गेह चौथा श्रींङी प्राणी बि दि कुट्री रेड्रीगा, “एंतेग इला।”
अपेहल कुरच़े पांचवीं मुहर युप्ति, दंङ गेह वेदी ऊ योंहने च़ि खंईगा, दोर दुह मीहतु आत्मा तोहई अंऊ सच़ी च़रसी तोईरे छना कुचे दोच़ी परमेश्वरो वचन प्रचार लहसी तरेर दोच़ी यीशु बि प्रभु कुचे गवाही रेंईर।