14 दंङ पि ला प्राणी ज़ि “अमीन” कुईर! दंङ दोरे सेंहणार कोंङा शुहचे दोऊ अराधना लहज़ी लेहतिर।
ञेंई च़रतेंई कि अरिया सीधा रे मीह केहतु अराधनारिंङ तोह, अपेहल केरे केनातु आत्मारिंङ परमेश्वरो स्तुति लहज़ातंई अगर दोई केहतु गप्पा शुहङी मरच़ा, दंङ केहतु परमेश्वरा बि धन्यवाद रंड्रीमी थल, दोबि छना पता लेह्पोतो कि अमीन अपेहल कुट्री अंऊ पाहठी केहच़ी कुट्रातंई?
दंङ निंज़ो पि सेंहणार ए पि प्राणी ज़ि द्चिह ते परमेश्वरा बि फ्यग लहरिर; अंऊ सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ा तोहई, दंङ कुई, “अमीन! परमेश्वरो स्तुति शुहबी जूंस!”
दंङ दुह सिंहासनो पिला हासी निंज़ो पी ऊई सिंहासन तोतोर। दंङ दि सिंहासनो टोहकठे निंज़ो पी छंङी खमज़ेर लहज़ा बंङज़ा तोतोर, दंङ दोतु पुन्ज़ो टोईच़ी ज़ङों मुकुट तोतोर।
दंङ दुह सिंहासनो तुईज़ी इच्च़ा फर्श तोह अंऊ समुंद्रो ठ्रोह बह्च़े ए अरशीहू ठ्रोह संङा तोह। सिंहासनो पिला हासी पी श्रींङी प्राणी तोतोर, अंऊ दोतु भत्ते फुक टिरे कपषी तोह।
अपेहल गेह यह्च़ा खंईगा, दंङ अचानक ए गेह लाखो लाख स्वर्गदूता तु सग रेड्रीगा, दोतु गिनती शुहबिमी माह तोहई। दोरे सिहासनो, ए दुह पिला श्रींङे प्राणी तु ए दुह निह्जो पि सेंहणा तु पि ला हासी तोईरे।
दोहथर गेह इच्च़ा कुरच़ा तंङरिगा अंऊ सिंहासन ए पिला श्रींङे प्राणी ए निह्जो पि सेंहणा तु बिचंङ खड़े तोहई। कुरच़ो टोहकठे बलिदानो निशान तोहई; दोऊ निह्ज डे ए निह्ज़ी टिरा तोहई; दि परमेश्वरो निह्ज आत्मा ए शुरे अंऊ भत्ते धरतीऊ टोईच़ी चरच़ि तोहई।
अंऊ मुक्का दोई कताब रैंज़ा शिली ता दुह पि ला प्राणी ए निह्जो पि सेंहणार दुह कुरच़ो तुईज़ी द्चिह इलिरे; दंङ हर इच्च़ा सेंहणा ज़ि इच्च़ा बेंज़ ए ज़ङों बणेषी कोली च़ुमसी ताहरेर। कोली धूपे पिंङषी तोहई अंऊ परमेश्वरो पवित्र मीहतु प्रार्थना बि कंड्रा।
अमीन! ञेंहच़ी घोषणा लहज़ातंई कि ञेंहतु परमेश्वर महान, सामर्थशाली, ए पराक्रमी, ए ज्ञानवान तोह। अतंई हेनर हमेशा-हमेशा ओ थल्जी दोऊ महिमा लोहनि दंङ दोबि धन्यवाद रमोंई। अमीन।