1 दंङ अंऊ सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ा तोहई, गेह दोऊ गुहड़रिंङ इच्च़ा कताब तंङरिगा, अंऊ तोंङ ए धकते च़ेहसी तोहई, दंङ दुह निह्ज़ी मुहर लगाइगी बंद लेह केहषी तोहई।
दोऊ सुचंङ कोंज़ा समुंद्रंङ केहच़ी केई, दंङ दोऊ फुचंङ कोंज़ा धरतीऊ टोईच़ी केहरिर। दोऊ गुह्ट्र रिंङ इच्च़ा कवचि कताब तोहई अंऊ अलसी तोहई।
दोऊ मोह्द बेशकीमती ए अनमोल रह्घ तु ठ्रोह चमकेक्पा अतिंङ यशब ए षेह्ई रह्घ ला कुट्री। दोऊ सिंहासनो पीला हासी इच्च़ा मुघतु धनुष तोह, अंऊ हरे कीमती रह्घ तु ठ्रोह तंङफा।
अंऊ सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ा तोह, दुह ए तोह अंऊ हमेशा-हमेशा तचेक श्रींङे बंङज़ोतो। अपेहल ला श्रींङे दोच़ी दोबि महिमा, आदर ए धन्यवाद रंड्रातोर, दोहपल निंज़ो पि सेंहणार दोऊ तुईज़ी द्चिह यवातोर, दंङ दोऊ अराधना लहज़ातोर। दंङ दि कुट्रा सिंहासनो तुईज़ी एनातु मुकुट केह्चे केट्रातोर,
दोहथल गेह स्वर्गंङ, दंङ धरतीऊ टोईच़ी, दंङ धरतीऊ योंहने ज़ि, दंङ समुन्द्रङ भत्ते रचना लहसी चीज़, दंङ भत्ते धिर अंऊ दोऊ अन्द्रेग तोह, दि कुट्री रेड्रीगा, “अतंई हेंज़ी सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ा कुरच़ो स्तुति, आदर ए महिमा लोहनि। हमेशा-हमेशा ओ थल्जी लोहनि, छना कुचे दुह भत्ते बे शक्तिशाली तोह।”
कुरच़े तुखा अंज़े दोऊ सुचंङ गुह्ट्रो दोरच़ी अंऊ सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ा तोहई, दुह कताब रैंज़ा शिली।
दोहथल गेह खंईगा कि कुरच़ा दुह निह्ज मुहरो बिचंङ इच्च़ा युप्ति; दंङ गेह पि श्रींङे प्राणी तु बिचंङ इच्च़ा बि हाऊष रंड्री रेड्रीगा। दोऊ सग गर्जनो ठ्रोह महसे तोहई। दोई कुई, “हेंतेग ईला तुखा बणेक्तु।”
दंङ गोह ए चटानो हखा कुट्री लेहतिर, “ञेंहतु टोईच़ी दह्चे ईलांई, दंङ ञेंहतु मदत लंहि, ताकि अंऊ दुह सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ी तोह, हेंदिंङ खंड्री मरपोतो दंङ कुरच़ो सज़ा ओ दोरच़ी ञेंतिंङ प्याके च़रतुंई।”
अपेहल कुरच़े निह्ज़ी मुहर युप्ति, दंङ दोरे भत्तेर अंऊर स्वर्गारिंङ तोईरे आधा घंटा ओ थल्जी शांत शुहचे इलिर।