1 दोहथर गेह खरकोई स्वर्ग ए खरकोई धरती खंईगा, छना कुचे युई सर्ग ए धरती समुंद्रंङ साते योंहंषा इलजी तोहई।
भत्ते संसार दू ध्याड़ा बि रूमज़ा तोह अपेहल दि मौत ए विनाशो दोरच़ी छुटकारा खोकशी, परमेश्वरो ओलाद रंङ साते महिमाऊ आज़ादी रिंङ शामिल शुहचे योतो।
पर मसीह हेले रिंङ वापिस अपतो। दुह अचानक ए अपतो, छना अरिया चोर अचानक ए अच़ा आपत। दुह मुक्का सर्गंङ गड़गड़ो सग शोतो, दंङ सर्ग ब्याके शुहचे योतो। सर्गा रिंङ भत्ते धिर मतलब ऐके, लचंङ ए कर रोह्षा योर। दुह मुक्का परमेश्वर दुह भत्ते कम प्रगट लेह च़रपोतो अंऊ मीहच़ी लहसी तातोर ताकि दोतु न्याय लेह तरपोतो।
पर ञेंहच़ी उम्मीद लहज़ातंई कि परमेश्वर इच्च़ा खरकोई सर्ग ए खरकोई धरती बणाएपोतो छना दोई वाईदा लहसी तते। दोर सिर्फ धर्मी मीहरे ए बंङज़ोर।
गेह अई इच्च़ा घ्वंण बि समुंद्रो दोरच़ी हुंज़ी खंईगा, अतु साह डे ए निह्ज पुन्ज़ा तोईरे। दंङ दोऊ हर डे रिंङ परमेश्वरो मिन च़ेहसी तोहई अतु इस्तेमाल लहज़िमी दोबि छल्ले अधिकार माह तोहई।
दंङ गेह इच्च़ा छंङी सिंहासन तंङरिगा अतु टोईच़ी परमेश्वर विराजमान तोहई। पर दुह ठहरि अंऊर परमेश्वर विराजमान तोहई, धरती ए स्वर्ग भत्ते योंहंषा शुहचे इलि, दंङ अच़िला दोतिंङ यह्च़ा खंड्री मरतिर।
दंङ अंऊ सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ा तोहई, दोई कुई, “गेह भत्तेधिर खरकोई लेह केहऊगा।” दंङ यह्च़ा दोई कुई, “चेहई च़रतु, छना कुचे छि गेह कुट्रातग केई दोऊ टोईच़ी विशवास लेह तरपोन, दि गप्पारे ज़रूर पूरा शोर।”
सर्ग दुह कागज़ो ठ्रोह ब्याके इलि अतिंङ कपचे चरच़ि दंङ भत्ते गोह ए भत्ते टापू ज़ि एनोह ठहरि लेहकी च़रतिर।