4 दंङ निंज़ो पि सेंहणार ए पि प्राणी ज़ि द्चिह ते परमेश्वरा बि फ्यग लहरिर; अंऊ सिंहासनो टोईच़ी बंङज़ा तोहई, दंङ कुई, “अमीन! परमेश्वरो स्तुति शुहबी जूंस!”
दंङ दोतिंङ भत्ते हुकुम अंऊ गेह केतिंङ रांहषी तातग, मनेक्च़ी कंड्रुंई; दंङ रेड्रुंई, गेह संसारो अनंत तचेक हमेशा केतंङ साते तोतोग।”
दंङ ञेंतिंङ परीक्षा रिंङ था हता पर शेतानो दोरच़ी बचाएतु छना कुचे, राज्य पराक्रमऐ महिमा हमेशा कांह ए शुहरे, आमीन।
ञेंई च़रतेंई कि अरिया सीधा रे मीह केहतु अराधनारिंङ तोह, अपेहल केरे केनातु आत्मारिंङ परमेश्वरो स्तुति लहज़ातंई अगर दोई केहतु गप्पा शुहङी मरच़ा, दंङ केहतु परमेश्वरा बि धन्यवाद रंड्रीमी थल, दोबि छना पता लेह्पोतो कि अमीन अपेहल कुट्री अंऊ पाहठी केहच़ी कुट्रातंई?
अपेहल शक्तिशाली स्वर्गदूते कुट्री बंद लहरी, दिऊ थल गेह छि रेड्रीगा दुह झांह ठ्रोह तोहई छना स्वर्गारिंङ महसे मीहरे कुट्री लेहकी तोतोर, “हालेलूय्याह! उद्धार ए महिमा, दंङ सामर्थ हेंदु परमेश्वरो ए तोह।
दंङ अई फेरा दोच़ी कुईर, “हालेलूय्याह! बाबेल शहरा बि नष्ट लहज़ा मेहू दोरच़ी हुंज़ा टूह अपेहल ला कम माह शोतो।”
दिऊ थल, गेह दि ला रेड्रीगा अंऊ महसे मीहतु हाऊष रंड्रीमी सगो ठ्रोह तोहई। दोतु हाऊष रंड्री मोह्ड़े तिऊ सगो ठ्रोह तोहई, दंङ डुह मोह्ड़े सगो ठ्रोह तोहई। गेह दोतिंङ दि कुट्री रेड्रीगा: “हालेलूय्याह! अतंई हेनर हेंदु प्रभु परमेश्वरो स्तुति लोहनि।” छना कुचे हेंदु सर्वशक्तिमान परमेश्वरे ए रज्ज़ा शुह।
दंङ पि ला प्राणी ज़ि “अमीन” कुईर! दंङ दोरे सेंहणार कोंङा शुहचे दोऊ अराधना लहज़ी लेहतिर।