11 दंङ धरतीऊ भत्ते व्यापारी दोऊ थल्जी क्रपोरे शोक लोहर, छना कुचे हेंतेग अरिला माह केहषीरि अंऊ दुह समाना बि चुमतो अंऊ दोच़ी लंङज़ातोर।
पर दोरे गांणी माहकेह अच्च़ा इलिरे; रेह एनातु रीहऊ हखा, रेह एनातु बेईपारो हखा।
यीशु ज़ि कबूतर लंङजारे दोतिंङ कुहतो, दिहरे देरच़ी लेन्ज़ा शिलांई। गिऊ बाहू घरबार ब्यापारो अड्डा था बणाएतुंई।
दि उपदेश रंड्रा दिरे लालची शोर, दंङ दोरे बणाएषी ठ्रोह कथा कुचे केतिंङ धोखा रमोर ताकि केहतु दोरच़ी ढबाह कमाके तरपोर। परमेश्वरे महसे टेम तुहई ए दि फेंसला लेह चरच़ाते कि दुह दोतिंङ सज़ा रमतो दंङ दुह झांह लहज़िमी थल्जी तेयार तोह। दुह हेले रिंङ दोतिंङ नाश लेह च़रपोतो।
दि चीज़ा तु व्यापारी अंऊ दोऊ दोरच़ी साहुकार शुहचे इलजी तोईरे, दोऊ टेहषी ओ बेह्द ज़ि ऊईतार खड़े शोरे, दंङ क्रापच़ा ए हाऊष रंड्रा कोहर,
“हेंतेग अंऊ केरे स्वर्गारिंङ बंङज़ातंई! परमेश्वरो मीहरे! प्रेरित ए नवी रे! दि पाहठी खुशी मनेक्तुंई, छना कुचे परमेश्वरे दुह शहरो टोईच़ी एनोह न्याय चरच़तो, दुह बुराईयो थल्जी अंऊ दोई केतंङ साते लहसी ततो।”
दोऊ रात हंयार शोतो, देर तचेक कि इच्च़ा संजवो छंङी ला माह शोतो। दोर्तिंङ ब्याहू ए ब्याहुत्री खुशी ओ सग माह शोतो। दि झांह शोतो छना कुचे दोऊ व्यापारी ज़ि, अंऊ धरतीऊ टोईच़ी भत्ते बे मोह्ड़े तोईरे, एनोह जादू रें भत्ते देशा बि धोखा रेंईर।
“दंङ भत्ते धरतीऊ रज्ज़ा अंऊ दोच़ी दोरंङ साते कुकम लहरिर, अपेहल दोरे शहरो रोहषीरंङ टूह बि खमोर, दंङ दोरे दोऊ थल्जी क्रपोर दंङ शोक लोहर।”