8 अंऊ ला इलाकंङ केहतु खुशी रंङ स्वागत लोहर दंङ छिला केतिंङ ज़ेइमी थल्जी रमोर दुह खुशी रंङ साते ज़ेईन।
अच़ि केरे ग्रहण लाह दोई गेह ग्रहण दंङ अच़िला गेह ग्रहण दोई परमेश्वरा बि अपनाच़ा।
पर अंऊ इलाकंङ मीहरे केहतु स्वागत माह लोहर ता दुह इलाकाओ सड़कारिंङ इलजे कुंई,
दंङ दोतंङ साते कुंई, “अगर अच़िया गिऊ चेला शुहबिमी बज़ाहज़ि अरीया कटु अपनाच़ा, दंङ दोई गेह अपनाच़ा, दंङ अच़िला गेह अपनाच़ा दोई परमेश्वरा बि अपनाच़ा, छना कू सा ता अंऊ केहतु बिचंङ ज़ि भत्ते बे कवचि तो, दुह ए मोह्ड़े शुह।”
गेह केतंङ साते हेले कुट्रातग, कि अच़िला गिह्बी च़रच़ा दोबि ग्रहण लोहतो, दंङ दोई गिह्बी ग्रहण लहज़ा दंङ अच़िला गिह्बी ग्रहण लहज़ा दोई परमेश्वरा बि ग्रहण लहज़ा।”
दंङ अगर अविश्वासी तु बिचंङ अरिया केतिंङ धाम रंड्रातोर, दंङ केरे इबि जुंज़ातंई, दंङ छिल्ला केहतु तुईज़ी केऊर दू ज़ै च़रतुंई: केतिंङ दि रुहक्च़ी माह जूंस कि दिऊ बलि रांहषी शुह या माह शुह, ताकि अगर दिऊ बलि रांहषी शुह दंङ केरे केनाबि दोषी महसूस माह लोहनि।
दि रीतिरंङ प्रभु ज़ि ला हुकुम रांहषी ततो कि अंऊ मीहरे रूठे खबरो प्रचार लहज़ातोर दोतु खर्चा ला दू ए मीहतु दोरच़ी खोकसी जूंस अंऊ दोच़ी रूठे खबर रेड्रातोर।