11 दंङ गेह रोषेक्च़ा ते कसम लहरिगा, कि दोरे, “दू ज़मीनारिंङ अंऊर गेह दोतिंङ नह्च़ी रंदेग दोर्तिंङ अपि माह जूंस।”
झांह लेह ञेंरे मीहरे अंऊ दू गप्पो टोईच़ी विशवास लहज़ातंई अंऊ परमेश्वरे कुहषी ततो, दू नहच़िमी ठाहरीरिंङ प्रवेश लोहनि। दंङ ऊईतु पाहठी, परमेश्वरे कुहतो, “गेह घेंङौ रोह्षा रिंङ कसम लहरिग, कि दोरे गिऊ नहच़िमी ठहरि इबि मरपोर।” हालांकि दि संसारो रचना लहज़िमी मुक्का बे तेयार शुहसी तोहई।
दंङ हेनर पवित्र शास्त्रारिंङ दि ला पड़ेक्च़ातंई कि दोई थले कुहते, “दोरे गिऊ नहच़िमी ठहरि अपि मरपोर।”
दिऊ थल्जी परमेश्वरो मीहतु थल्जी हेंतेग ला इच्च़ा ठहरि तेयार तोह, अंऊर दोरे रूठे रंङ रुमज़ा बंङज़ातोर। दोरे ध्वांए ठ्रोह नह्च़ोर छना परमेश्वरे निह्ज ध्याड़ो थल आराम लाहते।