10 गेह थहशे तातग कि केरे मीहरे रे खास ध्याड़ा रे लाह रे मौसम या सालो भाषे लहज़ातंई, दि सोचेके कि दिरंङ परमेश्वरा बि खुशी शवात।
दू ए तरीका रंङ साते रेहच़ी ता इच्च़ा ध्याड़ा ऊई ध्याड़ा बे बढ़कर ञेंच़ातोर, दंङ रेहच़ी भत्ते ध्याड़ा इच्च़ा बराबर मनेक्च़ातेर; हर इच्च़ा बि विशवास शुहबी जूंस कि अंऊ दोई सोचेक्च़ा छि दू सही शुह आ?
छिल्ला धिर केहच़ी लहज़ातंई दोऊ वहज़ा ज़ि गिह्बी बेह्द तोह, कि झांह शुहबी मेस कि अंऊ मेहनत गेह केहतु थल्जी लहसी शुह दुह शुह्के शुचि योतो।