7 दिह भत्ते गप्पातु दोरच़ी अंजान दोऊ मेच़ा लगभग षुमु घंटाऊ थल दोर्तिंङ अति,
दोहथल छ़ोकरा ज़ि अंज़े दोऊ फुक कफनो बिचंङ ज़िलदिर दंङ धह्तेका शिलज़ी पथेकी च़रतिर।
दोहथर पतरसे दोरंङ साते रूहक्ति, “छि केहच़ी दुह ज़मीन धोंण आ रिंङ ए लङातेंई आ?” दोई कुई, “वोई, धोंणा ए रिंङ।”