7 दंङ गेह इच्च़ा सग ला रेड्रीगा, ‘हे पतरस खड़े शुह, दितिंङ सच़े दंङ ज़े च़रतु।’
अंऊ मुक्का गेह दोऊ टोईच़ी ध्यान लहरिगा, ता धरतीऊ महसे पाहठी जानवर, घुष्टी रंड्रा जीवर दंङ सर्गो प्यारे खांणीगा;
गेह कुईग, ‘माह प्रभु, माह, छना कुचे गेह अपेहला अपवित्र ए अशुद्ध चीज़ ज़हसी माह शुगाह।’
छना कुचे परमेश्वरो बणाएषी भत्ते चीज़ रूठे तोह, ञेंरे भत्ते पाहठी ओ बगत ज़ै तरपोंई पर परमेश्वरो धन्यवाद लहज़ा ते ज़ै तरपोंई;