6 पर दुह रंणी मेच़िमीर अंऊ एनोह भत्ते टेम ऐश-आरामा रिंङ हुंच़ातेर, दोरे फुकारिंङ ता श्रींङे तोतोर पर आत्मिक रूपारिंङ सिए तोतोर।
यीशुज़ि दोबि कुहतो, “गिऊ चेला बणेक्पिमी थल्जी गिऊ थले शुहचे इला, अंऊ मीहरे आत्मिक रीतिरंङ सीए इलजे तोतोर, दोतिंङ एनोह मुर्दारे पथेक्च़ी रंऊ।”
दिऊ थल गेह घेंङारंङ साते कोहग, ‘हे गिऊ प्राण कांह थल्जी महसे सालो थल्जी टंगा ढबाह ए अनाज ठ्रोहका लेह च़रतग ज़ौ ए तुंङ दंङ मौज़ लोहू।’
दंङ थोड़े अरे ध्याड़ो थल कवचि योह भत्ते धिर ठ्रोहका लहज़ा इच्च़ा ऊई तार देशंङ अच़ा इलि दंङ दोर तिंङ भोग-बिलासारिंङ एनोह भत्ते टंगा ढबाह योह्च़े च़रति।
छना कुचे दिह गिऊ योह सिए इलजी तोहई, दाह षीङे इलजे; योंहंषा इलजी तोहई, धह खोकसा इलज़ा। दंङ दोरे खुशी मनाएच़ि लेहतिरे।
पर हेंतेग खुशी मनाचिऐ मगन शुहबिमी शुह, छना कुचे दिह झांह ठ्रोह तोहई कि कांह दि न्वा सिए इलजी दोतु ठ्रोह तोहई, दंङ यह्च़ा षीङे इलज़ा; योंहंषा इलजी तोहई, दा खोकसा इलज़ा।”
यीशु ज़ि अई इच्च़ा कथा कुंई, “इच्च़ा साहुकार मीह तोहई अच़ि मंहङे-मंहङे मखमलो खमज़ेर लेहच़ते दंङ हर इच्च़ा ध्याड़ा रुठे-रुठे बगत ज़ोवाते।”
दंङ केरे छि खंड्री इलदेंई? छि मंङे खमज़े लह्ची मीहबी? खंणुई, झांह ठ्रोह मंङे खमज़ेर लेह्चा मीहरे ठाट-बाठङ राजभवनंङ बंङज़ी।
तुहई अपेहल केहच़ी परमेश्वरो टोहकठे विशवास माह लहज़ातंई, दोहपल केरे केनातु मदम कम ए पापो वहज़ा ज़ि सिए मीहतु ठ्रोह तोईनि।
अपेहल हेनर पापो वहज़ा ज़ि सिऊ बराबर तोईनी, दंङ दोई मसीह रंङ साते हेंदु एकता ओ वहज़ा ज़ि हेंदिंङ आत्मिक जीवन श्रींङमी जोगे बणाके च़रति। दंङ परमेश्वरो मोह्ड़े दाह दोरच़ी हेंदु उद्धार शुई।
झांह लेह इच्च़ा कहावत तोह, अंऊ दि कंड्रा, “हे इमरिंङ इलज़ा रे, अच़ुई! दंङ मुर्दा तु बिचंङ ज़ि श्रींङे ईला; दंङ मसीह एनोह छंङी कांह टोईच़ी चमकेक्पोतो।”
दंङ परमेश्वरे केतिंङ, अंऊ पापमय स्वाभाव रिंङ तोईनी शाक्ति रंङ आज़ाद माह तोहनी, मसीह रंङ श्रींङमी लहरी दंङ हेंदु भत्ते गुनाह लाह माफ लहरी।
छना कुचे दितु बिचंङ रें मीहरे झांह ला तोतोर अंऊ मीहतु चुंङ ब्याके यवातोर, दंङ मेच़िमीतिंङ एनोह वशारिंङ लहज़ातोर, अंऊ एनोह पापो दोरच़ी तेपसा भत्ते पाहठी ओ मदम हिटी रिंङ तोह।
दंङ केरे धरतीऊ टोहकठे भोग-विलासरिंङ लेहकी बंङज़ुंई दंङ मोह्ड़े सुख भोगेकतंई; केरे सिर्फ केनातु ऐश-आरामो थल्जी श्रींङमातंई, दंङ झांह लेह, केहच़ी केनाज़ि परमेश्वरो दोरच़ी रंड्रा भयानक सज़ाओ थल्जी तेयार लेह चरच़ातंई।
दोई अंयों बढाई लहरी ए भोगविलास लहरी, दोबि धोंण दुख ए धोंण शोक रांई। दोई एनोह सेहमरिंङ दि कुट्रा, “गेह रानी ओ ठ्रोह सिंहासनो टोईच़ी विराजमान तोतोग।” गेह रंणी माहशुहगा दंङ अपेहल ला शोक माह लोहग।
“दोई गिऊ हखा दि ला कुई कि” सरदीस शहरो कलीसिया ओ स्वर्गदूता बि दि चेऊ, “कि अतु दोर परमेश्वरो निह्ज़ी आत्मा ए निह्ज़ी कर तोह, दोई कुट्रा, कि गेह कनु कम ञेंच़ातग, कि काह श्रींङे ता तोतोन”, पर सिए इलजी तोतोन।