कहिनेकी मण्डलीके देख-रेख करेवाला आदमी परमेश्वरके काम करे पडैके कारणसे दोषरहित होना चाही। ऊ आपन चहेल बात पुरा हुऐके चाहना करेवाला या तुरन्ते रिसाबेवाला या मतवाला या झग्डौहा या धन-दौलतके लिए ठगेवाला नै होना चाही।
अहिने करिके बुढ जनानीसब सभे बातमे एरं व्यवहार करै जे हरेक बातमे जे ऊ करैछै परमेश्वरके सम्मान दैछै, दोसर आदमीके बारेमे खराब बात नैबोलेवाली, आर बेसी नशा करेवाली नैहै, मगर ऊसब दोसर जनानीसिके बढियाँ जीवन जियैके तरिका सिखाबे पडैछै।